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श्री श्याम बाबा के 33वें वार्षिक महोत्सव की धूमधाम भजन रस गंगा जयपुर में

  • लेखक की तस्वीर: A1 Raj
    A1 Raj
  • 18 सित॰
  • 4 मिनट पठन

जयपुर। हर साल की तरह इस वर्ष भी श्री श्याम भजन संध्या परिवार सेवा समिति (रजि.) जयपुर के द्वारा 33वाँ वार्षिक महोत्सव एवं विशाल भजन रस गंगा 19, 20 व 21 सितंबर को जयपुर के शास्त्री नगर स्थित खंडेलवाल कॉलेज प्रांगण में धूमधाम से मनाया जाएगा।

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यह महोत्सव भक्तों के लिए एक विशेष अवसर है, जहाँ वे अपने आराध्य श्री श्याम बाबा की भक्ति में लीन होते हैं। इस बार उम्मीद है कि इस आयोजन में पिछले वर्ष के 5000 भक्तों की संख्या में 20% की वृद्धि होगी, क्योंकि लोग इस पावन अवसर का हिस्सा बनने के लिए और भी उत्सुक हैं।


बाबा की ज्योत का इतिहास


बाबा द्वारा पहली ज्योत 15 अगस्त 1992 को जगाई गई थी। तब से आज तक हर शनिवार को भक्तों के घरों में बाबा की ज्योत निरंतर प्रज्वलित होती रही है।

इस खास अवसर पर बाबा का श्रंगार और भजन गायकों द्वारा सत्संग भी लगातार चलता है। पिछले साल की भांति इस साल भी कई प्रसिद्ध भजन कलाकार जैसे कि श्यामलाल मकवाना और सुमन आचार्य, भक्तों को प्रसन्न करने के लिए अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे।


संस्था की यात्रा


संस्था के संस्थापक सदस्य शंकर नाटाणी और राजू महरवाल ने बताया कि एक छोटे से कमरे से शुरू हुई यह संस्था आज श्याम जगत की अग्रणी संस्थानों में से एक बन चुकी है।


संस्था के महामंत्री शंकर झालानी ने कहा कि उनकी यात्रा भारत के 20 प्रमुख तीर्थ स्थलों और विदेशों जैसे अमेरिका, कनाडा, और यूके में भी हुई है, जहाँ उन्होंने बाबा का खूबसूरत श्रृंगार और ज्योत जगाकर भक्ति का गुणगान किया।


वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम


बाबा के इस भव्य वार्षिक उत्सव के पहले दिन, 19 सितंबर को कलश यात्रा का आयोजन होगा, जबकि 20 और 21 सितंबर को विराट भजन रस गंगा का कार्यक्रम होगा।


कलश यात्रा संयोजक कैलाश गुप्ता, अशोक गुप्ता, गिर्राज गुप्ता, और अनुज खंडेलवाल के अनुसार, कलश यात्रा में लगभग 2500 महिलाएं समान गणवेश में सिर पर कलश लिए बाबा का गुणगान करती चलेंगी।


Wide angle view of a decorated chariot for the procession
भव्य रथ की शोभा

यह कलश यात्रा भव्य लवाजमे और फूलों से श्रृंगारित बाबा के रथ और अन्य झांकियों के साथ श्री राधा दामोदरजी मंदिर पीतल फैक्ट्री से रवाना होकर खंडेलवाल कॉलेज तक पहुंचेगी।


भक्तों का उत्साह


भक्त समुदाय के सदस्य बाबा की सेवा में कीर्तन करते हुए चलेंगे। कार्यक्रम के संरक्षक चन्दप्रकाश राणा, मनोज मुरारका, दुर्गेश, और योगेश खंडेलवाल ने जानकारी दी कि कलश यात्रा का शुभारंभ भक्त शिरोमणि मैयाजी आनंदी देवी सारडा और श्रद्धेय महंत गोपाल दास महाराज द्वारा बाबा की पावन आरती के साथ होगा।


भक्तों का उत्साह देखने लायक होगा, जब वे एक साथ मिलकर भक्ति में लीन होंगे।


भजन रस गंगा का आयोजन


ललित प्रसाद दुर्गेश और योगेश खंडेलवाल ने बताया कि कलश यात्रा के दौरान बाबा के आगे हाथी, घोड़े, ऊंट, और तीन बैंड भी मंगल ध्वनि बजाते हुए चलेंगे।


भजन रस गंगा में कई प्रतिष्ठित भजन गायकों द्वारा भक्ति गीतों का गायन किया जाएगा, जो भक्तों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा। पिछले वर्ष की तरह, इस वर्ष भी भजन गायक जैसे राधेश्याम और सुरेश राठौड़ अपने संगीत से भक्तों को मंत्रमुग्ध करने वाले हैं।

यात्रा में गणेशजी, हनुमानजी व बाबा का मुख्य रथ कलश यात्रा का मुख्य आकर्षण होगा। बाबा श्याम सरकार के रथ को संस्था के सदस्य अंकित खंडेलवाल की देखरेख में कोलकाता से आए हुए कारीगरों द्वारा देश विदेश से मंगाए गए फूलों से बहुत ही सुन्दर सजाया जाएगा।

संस्था के संरक्षक रामबाबू कायथवाल एवं कार्यकारी अध्यक्ष एस. के. शुक्ला ने बताया कि कलश यात्रा की स्वागत के लिए यात्रा मार्ग में 21 स्वागत गेट बनाए गए है, जहां विशिष्ठ जनों, श्याम प्रेमियो व श्याम सेवी संस्थाओं द्वारा बाबा की आरती कर कलश यात्रा का स्वागत किया जाएगा। संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश बड़ाया ने बताया कि कलश यात्रा में जयपुर के सभी समुदायों, अधिकारियों, राजनेताओ व सामाजिक संस्थाओं द्वारा आरती उतारी जाएगी और बाबा का स्वागत किया जाएगा। संस्था के अध्यक्ष सुरेश पाटोदिया ने बताया कि मयूर काम्प्लेक्स के सामने कलश यात्रा के स्वागत के लिए एक विशाल मंच बनाया जाएगा। जिस पर सर्व संप्रदाय व समाजों के गणमान्य जनों के अतिरिक्त प्रमुख राजनेताओं अधिकारियों व्यापारियों व सामान्य भक्तजनों की उपस्थिति रहेगी। इस विशाल मंच से कलश यात्रा पर फूलों की वर्षा होगी व लगभग एक किलोमीटर लंबी सड़क पर फ़ूल बिछायें जाएंगे व उपस्थित समुदाय द्वारा 251 दीप जलाकर बाबा श्याम की आरती की जाएगी। सदैव की भर्ती इस वर्ष भी ये दृश्य श्याम भक्तों व उपस्थित जन समुदाय के लिए अनूठा व एतिहासिक होगा।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल व हरिशंकर केदावत ने बताया कि रात 9 बजे कलश यात्रा खंडेलवाल कॉलेज पहुंचेगी जहां बाबा शाम की भव्य आरती होगी व कलशो को श्याम ज्योत के समक्ष रखा जाएगा। इस अंनूठी विशाल कलश यात्रा से पूरी छोटी काशी श्याम मय में नजर आएंगी। वार्षिक उत्सव के संयोजक हरी किशन, सुनीता टोडवाल ने बताया कि 20 और 21 सितंबर को विशाल भजनामृत महोत्सव का आयोजन होगा। इस महोत्सव की सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई है।

भक्ति का महापर्व


इस प्रकार, श्री श्याम बाबा का 33वाँ वार्षिक महोत्सव जयपुर में एक भव्य और दिव्य अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है। यह महोत्सव केवल धार्मिक अवसर नहीं है, बल्कि एकता, प्रेम, और भक्ति का प्रतीक भी है।


भक्तों को इस महोत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है, ताकि वे बाबा की कृपा का अनुभव कर सकें और इस पावन अवसर का हिस्सा बन सकें।

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इस महोत्सव की तैयारी और आयोजन में सभी भक्तों का सहयोग और उत्साह महत्वपूर्ण है। आइए, हम सब मिलकर इस महोत्सव को सफल बनाएं और बाबा की भक्ति में लीन हों।


इस महोत्सव पर जयपुर की संस्कृति और परंपरा का एक अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जो सभी के दिलों में एक विशेष स्थान बनाएगा।


जय श्री श्याम!

 
 
 

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