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राजेश आहूजा बने पूज्य सिंधी पंचायत समिति के निर्विरोध अध्यक्ष कैसे किया नानक राम थावानी ने समर्थन

  • लेखक की तस्वीर: A1 Raj
    A1 Raj
  • 29 सित॰
  • 3 मिनट पठन

पूज्य सिंधी पंचायत समिति के चुनावों ने एक बार फिर से समाज में एकता और अखंडता का परिचय दिया है। 28 सितंबर 2025 को, मीणा पेराडईज, नांगल जैसा बोहरा, झोटवाड़ा, जयपुर में आयोजित चुनाव में नानक राम थावानी ने अपने अनुज भ्राता राजेश आहूजा को समर्थन देकर एक नई मिसाल कायम की। इस चुनाव ने न केवल अध्यक्ष पद के लिए एक निर्विरोध चयन को संभव बनाया, बल्कि समाज के भीतर एकता की भावना को भी मजबूत किया।

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चुनाव का महत्व


पूज्य सिंधी पंचायत समिति, दादी का फाटक से बैनाड़ फाटक, जयपुर के अध्यक्ष पद का चुनाव सत्र अक्टूबर 2025 से सितंबर 2027 तक के लिए था। इस चुनाव में मुख्य रूप से दो उम्मीदवार थे: नानक राम थावानी और राजेश आहूजा। यह चुनाव समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम था।

उदाहरण: पिछले पांच वर्षों में, समिति ने 15 से अधिक सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण शामिल हैं। इस बार की चुनाव प्रक्रिया का महत्व इस बात में है कि इससे समाज के विकास के लिए एक नई दिशा स्थापित हुई है।


नानक राम थावानी का समर्थन

आमसभा में उपस्थित समाज बंधुओं एवं मातृशक्ति की उपस्थिति में पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत, जयपुर महानगर अध्यक्ष गिरधारी मनकानी के निर्देश पर उपस्थित  पर्यवेक्षक छबल दास नवलानी, चेटीचंड सिंधी मेला समिति महानगर अध्यक्ष दिलीप हरदासानी विद्याधर नगर पंचायत अध्यक्ष मुरली दरयानी की पहल एवं समझाईश पर 

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नानक राम थावानी ने अपनी विशालता का परिचय देते हुए राजेश आहूजा को समर्थन दिया। यह निर्णय न केवल व्यक्तिगत संबंधों का प्रतीक था, बल्कि समाज की एकता और अखंडता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी था।




चुनाव समिति की भूमिका


चुनाव समिति में श् जयकिशन सोनी, रमेश हरदयालानी, नत्थू मल लालवानी और श्री प्रहलाद राय भम्भानी शामिल थे। इन सभी ने सर्व सम्मति से राजेश आहूजा को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया। यह प्रक्रिया न केवल पारदर्शिता को दर्शाती है, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का भी परिचय देती है।

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समाज की एकता का प्रतीक


राजेश आहूजा का निर्विरोध अध्यक्ष बनना समाज की एकता का प्रतीक है। नानक राम थावानी का समर्थन इस बात का प्रमाण है कि समाज में व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर सामूहिक हित को प्राथमिकता दी जा रही है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि समाज के लोग एकजुट होकर अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहे हैं।

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साक्षात्कार: एक समाज के सदस्य ने कहा, "यह चुनाव केवल एक अध्यक्ष का चयन नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की एकता का मूल्यांकन है।"


भविष्य की दिशा


राजेश आहूजा के अध्यक्ष बनने के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि वे समाज के विकास के लिए कौन से कदम उठाते हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और नानक राम थावानी के समर्थन से, यह उम्मीद की जा सकती है कि वे समाज के लिए कई सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

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उदाहरण: अतीत में, राजेश आहूजा ने कई शैक्षिक कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक लागू किया है,


अंतिम विचार


पूज्य सिंधी पंचायत समिति के चुनाव ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि समाज में एकता और अखंडता के किस तरह के मूल्य होते हैं। नानक राम थावानी का समर्थन और राजेश आहूजा का निर्विरोध अध्यक्ष बनना, दोनों ही समाज के लिए एक नई दिशा की ओर संकेत करते हैं।

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इस चुनाव ने न केवल एक नए अध्यक्ष का चयन किया, बल्कि समाज के भीतर एकता की भावना को भी मजबूत किया। यह एक ऐसा उदाहरण है जिसे अन्य समुदायों को भी अपनाना चाहिए। जय श्री झूलेलाल!



 
 
 

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