महिलाओं के डांडिया के रंगीन माहौल में नीतू और नेहा ने किया धमाल
- A1 Raj
- 22 सित॰
- 2 मिनट पठन
डांडिया रास का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार चेष्टा लेडीज क्लब ने इसे और खास बना दिया। नीतू जैन और नेहा पारख ने मिलकर एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां महिलाओं ने डांडिया और गरबा डांस का भरपूर आनंद लिया। इस कार्यक्रम में नृत्य के साथ-साथ विभिन्न खेलों और प्रतियोगिताओं ने माहौल को और बढ़ा दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत
नीतू जैन, चेष्टा लेडीज क्लब की डायरेक्टर, ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए इसे महिलाओं के लिए एक अनोखा अनुभव बताया। उन्होंने कहा, "यह कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह महिलाओं को एक साथ लाने का भी एक माध्यम है।
डांडिया और गरबा का जादू
कार्यक्रम में महिलाओं ने डांडिया और गरबा डांस का आनंद लिया। रंग-बिरंगे कपड़े और चमकदार आभूषण पहनकर महिलाएं एक-दूसरे के साथ नृत्य कर रही थीं। डांडिया नृत्य केवल परंपरा नहीं है, बल्कि यह अपने आप में सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। इसमें भाग लेने वाली महिलाओं में से 75% ने बताया कि यह उनके लिए खुशी और संतोष का ज़रिया है।
खेल और प्रतियोगिताएं
नीतू जैन और नेहा पारख ने एंकरिंग की, जो दर्शकों का ध्यान खींचने में सफल रहीं। उन्होंने हाउजी, लूट का खेल, और अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। इनमें 60 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया, जिससे प्रतिस्पर्धा की भावना और बढ़ गई। एक विजेता ने कहा, "यह मेरा पहला अनुभव था, और मैंने अपनी सहेलियों के साथ शानदार समय बिताया।"

पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के अंत में, विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की गई। डांडिया क्वीन का खिताब रीता सोनी को दिया गया, जिन्होंने अपने अद्भुत नृत्य से सभी का दिल जीता। इसके अलावा, बेस्ट ड्रेस का पुरस्कार अनुप्रीति को, बेस्ट डांस का पुरस्कार परवीन हीरा को, और बेस्ट ज्वैलरी का पुरस्कार मृदुला सक्सेना को दिया गया। ये पुरस्कार न केवल उनकी प्रतिभा को मान्यता देते हैं, बल्कि उन्हें और प्रेरित करते हैं।

संगीत का जादू
आजाद और स्वीटी मक्कड़ ने अपने गानों से माहौल में जादू बिखेरा। उनके गानों ने सभी को नृत्य करने के लिए प्रेरित किया। संगीत और नृत्य का यह संगम सभी के लिए एक खास अनुभव रहा।

महिलाओं की एकता
इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि जब महिलाएं एक साथ आती हैं, तो न केवल वे मज़े करती हैं, बल्कि एक-दूसरे का समर्थन भी करती हैं। यह एकता और सहयोग का प्रतीक है, जो समाज में महिलाओं की भूमिका को और मजबूत बनाता है। 90% महिलाओं ने कहा कि उन्हें इस तरह के कार्यक्रमों में भाग लेकर एकजुटता का अनुभव होता है।

यही है असली प्रेरणा
नीतू जैन और नेहा पारख द्वारा आयोजित यह डांडिया रास का कार्यक्रम न केवल मनोरंजक था, बल्कि महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना। इस तरह के आयोजन महिलाओं को एकजुट करने और उनकी प्रतिभा दिखाने का संपूर्ण अवसर प्रदान करते हैं। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भी ऐसे कार्यक्रम होते रहेंगे, जो महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करेंगे।

इस घटना ने सभी को यह याद दिलाया कि नृत्य और संगीत केवल मनोरंजन के लिए नहीं हैं। वे एक ऐसा माध्यम हैं जो हमें एक-दूसरे से जोड़ते हैं। महिलाओं के साथ डांडिया का यह धमाल निश्चित रूप से एक यादगार अनुभव था, और इसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।







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