पत्रकार अपने अधिकारों एवं सुरक्षा के लिए एकजुट होकर लड़ें : सन्नी आत्रेयपीपीआई के सम्मेलन में आह्वान
- A1 Raj
- 5 अग॰
- 3 मिनट पठन
पत्रकार अपने अधिकारों एवं सुरक्षा के लिए एकजुट होकर लड़ें : सन्नी आत्रेय
पीपीआई के सम्मेलन में आह्वान
जयपुर। पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया (पीपीआई) की नवनियुक्त जिला कार्यकारिणी का पहला सम्मेलन रविवार को यहां गोपालपुरा स्थित पर्वतीय समाज भवन के सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें पत्रकारों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आगामी आंदोलन और संगठन के विभिन्न कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।

सम्मेलन में पीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय ने पत्रकारिता की वर्तमान चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में हम पत्रकारों की अहम भूमिका है। समाज की विभिन्न समस्याओं को हम पत्रकार अपनी जान की परवाह किए बिना उठाते हैं। सभी साथी एक मिशन के रूप में पत्रकारिता के जरिए देश और समाज के विकास में योगदान कर रहे हैं। लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में सरकारों से हमें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। इससे पत्रकारों के समक्ष बड़ी चुनौतियां उत्पन्न हुई है। पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग लंबित है। पत्रकारों की आवास योजना भी लंबित है। छोटे अखबारों को विज्ञापन नहीं मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट है। ऊपर से पीआरजीआई के कड़े नियमों ने अनेक अखबारों को बंद करने की स्थिति बना दी।

इसी क्रम में पीपीई के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत पारीक ने पिछले पाँच सालों ने पी पी आई द्वारा पत्रकारों के हितों के लिए किये गए संघर्ष एवं आन्दोलन की याद दिलायी, उन्होंने कहा कि गत वर्षों में प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय के नेतृत्व में पत्रकार सुरक्षा एवं पत्रकारों को मिलने वाले परिलाभ को लेकर विभिन्न धरना प्रदर्शन राजधानी जयपुर में आयोजित किए गए हैं, साथ ही विशेष तौर पर यह आह्वान किया गया कि जब भी किसी पत्रकार साथी ज़रूरत या मदद की आवश्यकताओं तो सभी संगठन के साथी एक साथ खड़े होते हुए एक स्वर में आवाज़ को बुलंद करें, इससे एक दूसरे को संबल के साथ ही संगठन को मज़बूती मिलेगी।

बैठक में वरिष्ठ पत्रकार रूपेश टिंकर ने कहा कि अकेले जयपुर के 1949 अखबारों को पीआरजीआई ने डिफंक्शन करार दिया है। ऐसे हालातों में सभी को एक दूसरे का सहयोग करते हुए चुनौतियों से पार पाना होगा। प्रेस क्लब उपाध्यक्ष परमेश्वर प्रसाद शर्मा ने कहा कि हम समाज के लिए पत्रकारिता के मिशन पर आए हैं, लेकिन आजीविका के आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार दुर्गेश चौहान ने भी एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की बात कही। संगठन के प्रदेश सचिव ओपी गोयल ने सभी पत्रकारों से एकजुट होकर सरकार से बात करने पर जोर दिया।

बैठक में पीपीआई के नव मनोनीत पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र देते हुए उन्हें नव दायित्व के लिए संगठन की शपथ दिलाई गई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने पीपीआई के विस्तार पर खुशी जताई और नव निर्वाचिच कार्यकारिणी को बधाई प्रेषित की । प्रदेश महासचिव नरेश गुप्ता ने सभी से एकजुट होने की बात की वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष पन्नालाल शर्मा ने कहा कि अभी मीडिया के हालत चुनौती पूर्ण है,
सबको संयम बरतते हुआ सबको एकजुट होते हुए संघर्ष जारी रखना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में प्रदेशाध्यक्ष सन्नी आत्रेय ने भविष्य में पीपीआई की कार्ययोजना एवं ज़िलेवार इकाइयों के पुनर्गठन की भी घोषणा की, साथ ही सरकार को पत्रकारों के हितों के लिए भी सरकार के सामने माँग रखने एवं धरना-प्रदर्शन की रूपरेखा साझा की।

सभी पत्रकार साथियों ने मिलकर भोजन प्रसादी का आनंद लेते हुए परस्पर संबंधों को और मज़बूत किया एवं भविष्य में साथ मिलकर चलने का वादा भी किया।
कार्यक्रम में नवनियुक्त जिला कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ संगठन के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे हैं जिनमें…
प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय के साथ महासचिव नरेश गुप्ता, उपाध्यक्ष पन्नालाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत पारीक,विजय पाण्डेय, हरि कृष्ण झा, अनीश खान, ओपी गोयल,शीशराम खापुरिया,छगन तिवारी, योगेंद्र कुमार,, विष्णु साहू,लोकेंद्र,रवि किराड़,अशोक कुमार शर्मा,रूपेश टिंकर, परमेश्वर प्रसाद शर्मा, आशुतोष बत्ता, दुर्गेश चौहान, अजीत शर्मा, राहुल शर्मा, रमेश कुमावत,सागर शर्मा, दिनेश धनजानी, आशीष तिवारी,अरविंद त्रिवेदी, हृदय नाथ पांचाल,शक्ति सिंह, शुभम, साबिर खान आदि कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।







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