भारत मे पहली बार ये कन्सेप्ट पर काम हुआ है. 40 पेंटिंग्ज की इस सिरीज को विंड शिल्ड नाम दिया है..
- A1 Raj
- 4 फ़र॰ 2023
- 2 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 7 फ़र॰ 2023
भारत मे पहली बार ये कन्सेप्ट पर काम हुआ है. 40 पेंटिंग्ज की इस सिरीज को विंड शिल्ड नाम दिया है..
भरी बारिश मे कार की कांच से जो सिटी का नजरा दिखेगा ओ कॅनव्हास पर उतारनेकीं कोशीष की गयी है.

पुणे महाराष्ट्र से महिला चित्रकार सौ.वनश्री डबीर ने ये पेंटिंग्ज ऑइल कलर मे कॅनव्हास पर उतारी है जो भारत की बडी गॅलरीज और एक्सिभिशन्स मे डिस्प्ले हुयी है.

मनुष्य जीवन मे बारिश नये जीवन का , प्रगती उन्नती का, आनंद और सूख का, प्रारंभ का शगुण माना गया है..
चित्रकार की ये भरी बारिश की पेंटिंग्ज घर और ऑफिस मे शुभ शकुन और पोजीटीव्ह एनर्जी के लिये जाणी जाती है..

वनश्री डबीर ने बचपन मे ही अपने दादाजी की उंगली पकडकर चित्रकला का अभ्यास शुरू किया था.उनके दादाजी श्री गजानन राव पोवार कोल्हापूर संस्थान के राजा छत्रपती शाहू महाराज दरबार के कला और क्रीडा अध्यापक थे और वे खुद पावडर शेडिंग चित्रकारिता मे माहीर थे. वनश्री डबीर ने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल मे तहसील और जिला स्थर की कयी चित्रकला प्रतीयोगीता मे अव्वल
स्थांन के पारितोषिक हासिल किये थे. लेकिन बीच के 10 12 सालों तक उन्हे कला क्षेत्र से दूर रहणा पडा था. तब बारवी कक्षा के बाद उन्होने इकॉनॉमिक्स मे बी ए की पदवी ले ली, सण 1991 से सण 2001 तक ओ कला क्षेत्र से दूर रही लेकिन सण 2002 मे वनश्री ने फिर से कला विश्व महाविध्यालय सांगली मे प्रवेश लेकर अपनी कला साधना शुरू की जो आज तक जारी है.

एक महिला को घर संसार संभाल कर अपनी कला को जीवित रखना मुश्किल होता है लेकिन अगर उसका कला के प्रति प्रेम और निरंतन तपस्या करनेकी जिद्द हो तो अपणा लक्ष कैसे प्राप्त किया जा सकता है ये एक उदाहरण उन्होने नई पिढी की लडकियो के सामने रख्खा है...

वनश्री डबीर ने विंड शिल्ड सेरीज बनाकर चित्रकला के एक नये अँगल को दुनिया के सामने पेश किया है जो आज तक कहीं दिखाई नहीं दिया था...

महाराष्ट्र के पुणे स्थित ये महिला कलाकार को राजस्थान अकादमी महोत्सव, जयपूर कला केंद्र के 23 वे कला प्रदर्शनी मे आमंत्रित किया गया है जहां उनके चित्रो को लोगो और कलाप्रेमींयो द्वारा प्रशंशीत किया गया...







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