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अपनो की साजिश की शिकार हुई एक अबला

  • लेखक की तस्वीर: A1 Raj
    A1 Raj
  • 12 मार्च 2023
  • 7 मिनट पठन

मेरे बेटे ने मेरी हत्या की सुपारी दी- कमलेश शर्मा

अपनो की साजिश की शिकार हुई एक अबला

वरिष्ठ महिला की संपत्ति को ठिकाने लगाने का षडयंत्र रचा

जयपुर । जब दर्द देने वाले अपने ही हो तो इंसान का जीना दुश्वार हो जाता हैं । ऐसी ही एक दुःख भरी दास्तां मीडिया के सामने बयां की अपनों से सताई हुई 63 वर्षीय कमलेश शर्मा ने । कमलेश शर्मा पहले पति रमेश चंद्र शर्मा के साथ काफी हद तक खुश थी । कहते हैं खुशियों की उम्र बहुत छोटी होती हैं । यही कमलेश शर्मा के साथ भी हुआ ।



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बीच मझधार में ही कमलेश के पति रमेश चंद्र शर्मा की हार्ट अटेक से 2006 में दर्दनाक मौत हो गई जो सरकारी सेवा में जलदाय विभाग में एईएन के पद पर कार्यरत थे । कमलेश भी सरकारी सेवा में साइंस टीचर थी । कमलेश अपने पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और जीवन में उन्हें गहरा धक्का लगा । फिर भी उसका जीवन एकाकीपन में जैसे तैसे कट रहा था ।





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उसके परिवार वाले कमलेश को कहने लगे कि यूं अकेले कब तक जीवन चलेगा तुम भी किसी हमसफ़र को तलाश लो ताकि उसके साथ बची खुची जिंदगी आराम से गुजार सको । पति रमेश चंद्र शर्मा की मौत हुए 8 साल के लम्बे अंतराल के बाद उसने भी माता पिता और भाई बहन की हां में हां मिलाते हुए किसी हमसफर के लिए सहमति दे दी । उन्होंने बताया कि कुछ मीडिया कर्मियों व ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा आगरा निवासी सुरेश शर्मा के बारे में कमलेश शर्मा को बताया गया । सुरेश शर्मा की आगरा में मोटरसाइकिल के पिस्टन बनाने की फेक्ट्री थी । सुरेश शर्मा को कमलेश शर्मा से मिलाया गया दोनों ने एक दूसरे को देखा तब कमलेश शर्मा ने तो अपने बारे में सब सुरेश शर्मा को बता दिया था । मगर सुरेश शर्मा ने अपनी उम्र कमलेश शर्मा से नौ साल कम बताई, दोनों की आर्य समाज मंदिर में शादी हो गई फिर दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली ।



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कमलेश शर्मा और सुरेश शर्मा का दाम्पत्य जीवन कुछ सालों तक तो सही चला मगर कमलेश शर्मा की अथाह प्रोपर्टी को देखकर सुरेश शर्मा के मन में फरेब आ गया । सुरेश शर्मा के मन में कमलेश शर्मा की प्रोपर्टी और दौलत को हड़पने की साज़िश रचनी शुरू की । कमलेश शर्मा ने कहा कि इसको अंजाम देने के लिए सुरेश शर्मा ने आगरा स्थित अपने बेटे पंकज कुमार को जयपुर बुला लिया और कमलेश के सामने अपने बेटे को लेकर काफी गिड़गिड़ाया । कमलेश, पंकज शर्मा व बहु स्मिता साथ रहने लगे । बेटे पंकज व उसकी बहु की नजर प्रोपर्टी पर टिकी हुई थी । सुरेश शर्मा व उसका बेटा पंकज शर्मा तथा उसकी बहु स्मिता सारी दौलत हड़प कर कमलेश शर्मा को रास्ते से हटाने की फिराक में थे और फिर एक दिन कमलेश शर्मा बहु स्मिता की तबीयत खराब होने से अपने ससुराल आगरा चली गई । इस दौरान कमलेश के अपने ससुराल आगरा से आने के बाद सौतेले बेटे पंकज ने कमलेश शर्मा की गैरमौजूदगी में उसके करीब 65 लाख के गहनों पर हाथ साफ कर दिया । कमलेश के जयपुर में नहीं होने की वजह से उसके परिजनों ने अपने नौकर को कमलेश के मकान की तहकीकात करते हुए आने को कहा, नौकर ने कमलेश शर्मा के परिजनों को इस बात की जानकारी दी कि कमलेश शर्मा के घर के ताले टूटे हुए हैं । कमलेश के परिजनों ने आगरा स्थित कमलेश शर्मा को उसके मकान में चोरी होने की सूचना दी । कमलेश ने जैसे ही सुना वह अपने घर जयपुर लौट आई । फिर वैशाली नगर थाने में अज्ञात लोगों के नाम पर चोरी की एफआईआर दर्ज कराई । अपने सौतेले बेटे पंकज कुमार शर्मा व उसकी बहु स्मिता पर चोरी होने का शक ना हो तब पिता सुरेश शर्मा ने कमलेश शर्मा के कहने पर वैशाली नगर थाने में गहने चोरी होने की पहली एफआईआर संख्या 107/2015 धारा 457 , 380 के तहत दर्ज कराई और तभी कमलेश को गहने आगरा में बेटे पंकज शर्मा द्वारा बेचे जाने पर पंकज शर्मा के दोस्त विजय वर्मा के द्वारा को यह जानकारी मिल गई थी तो कमलेश शर्मा ने इस बात का जिक्र थाने में कर दिया और फिर पुलिस आगरा से विजय वर्मा को जयपुर ले आई और पूछताछ की तो उसने पंकज शर्मा का नाम उगल दिया । बात आगे नहीं बढ़े और विजय वर्मा और राज नहीं खोले तो सुरेश शर्मा ने पुलिस से कमलेश पर राजीनामा करने के लिए दबाव डाला तो कमलेश अड़ गई और कहा कि मुझे इसमें सलाह की जरुरत नहीं बल्कि इसमें कार्रवाई चाहिए । वैशाली नगर थाने की पुलिस ने सुरेश शर्मा से लाखों रुपए लेकर मामले में एफआर लगा दी तो इससे असंतुष्ट कमलेश शर्मा ने इस मामले की जांच बदलवा कर मुरलीपुरा थाने को सुपुर्द करवाई मगर वहां भी नतीजा ढाक के पात ही साबित हुआ । तब मुरलीपुरा थाने के तत्कालीन एसएचओ ने मामले की जांच करते हुए कमलेश शर्मा पर राजीनामे के लिए दबाव बनाया और उसने सुरेश शर्मा से सांठगांठ करके ये कहते हुए मामले में एफआर लगा दी कि जो चोरी हुए वो गहने सुरेश शर्मा की पहली पत्नी मीना शर्मा के थे जबकि सुरेश शर्मा की पहली पत्नी मीना शर्मा की सुरेश शर्मा और कमलेश शर्मा की शादी से दो साल पहले ही मौत हो गई थी और जब 2014 में कमलेश शर्मा और सुरेश शर्मा की शादी हुई तब सुरेश शर्मा के पास कुछ भी गहने वगैरा नहीं थे और जब कुछ भी नहीं था तो मामले में कमलेश शर्मा और पहले पति रमेश शर्मा की संपन्नता के किस्से आम थे इससे ये बात भी पुख्ता तौर पर साबित हो जाती कि वो सारे गहने कमलेश शर्मा के ही थे। मुरलीपुरा थाने के तत्कालीन एसएचओ ने मामले में ऐसा जान बूझकर किया । जब सुरेश शर्मा की पहली पत्नी मीना शर्मा की मौत कमलेश शर्मा व सुरेश शर्मा की शादी से दो साल पहले ही हो गई तो वो चोरी किए गए गहने आखिर मीना शर्मा के कैसे हो गए जबकि वो गहने कमलेश शर्मा के मकान से चोरी किए गए थे । पुलिस की झूठी दलीलों को मान भी लिया जाए तो पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर में सुरेश शर्मा ने गहने अपनी पहली पत्नी के होने का जिक्र क्यों नहीं किया तब मामले में पुलिस के समक्ष विजय वर्मा द्वारा आरोपित पंकज शर्मा का नाम लिए जाने के बावजूद पुलिस ने पंकज शर्मा को गिरफ्तार करके सख्ती से पूछताछ क्यों नहीं की इन सारे सवालों से सुरेश शर्मा , पंकज शर्मा और पुलिस की सांठगांठ ही उजागर होती हैं, और ये बिल्कुल साफ है कि ऐसा सुरेश शर्मा ने अपने आरोपित बेटे पंकज शर्मा को बचाने के लिए किया और मुरलीपुरा थाने के तत्कालीन एसएचओ ने भी सुरेश शर्मा की हां में हां मिलाते हुए सुरेश शर्मा से सांठगांठ करते हुए इस मामले में एफआर लगा दी । ये ऐसे सुलगते सवाल है जो खाकी पर तो सवालिया निशान लगाते ही है साथ ही तत्कालीन मुरलीपुरा थाने के एसएचओ को कटघरे में खड़ा करते हैं ! यदि पुलिस चाहे तो सारे मामले की सच्चाई निकल कर सामने आ सकती हैं और आरोपी कानून के शिकंजे में आ सकते हैं । वैशाली नगर थाने की पुलिस ने मामले की हर एंगल से जांच की तो विजय वर्मा के बयान के मुताबिक पुलिस का शक सुरेश शर्मा व कमलेश शर्मा के पुत्र पंकज कुमार शर्मा पर गया और तब यह बात पुलिस ने कमलेश शर्मा को भी बताई तो कमलेश शर्मा ने सुरेश शर्मा व बेटे पंकज कुमार शर्मा के साथ नहीं रहने का फैसला कर लिया । फिर कमलेश शर्मा ने पति सुरेश शर्मा व बेटे पंकज शर्मा , बहु स्मिता तथा प्रिति झा व हिमांशु शर्मा के खिलाफ वरुण पथ महिला थाने में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया लेकिन जैसे इस मामले भी ऐसा ही हुआ । पति सुरेश शर्मा ने पुलिस को लाखों रुपए में खरीद कर मामले में एफआर लगवा दी और तब से कमलेश शर्मा न्याय के इंतजार में दर दर की ठोकरें खा रही हैं । हम भी जानते हैं कि न्यायालय में फैसला आने में सदियां गुजर जाती हैं और इस मामले में भी यही हुआ । बहरहाल न्यायालय के फैसले का हर शख्स को इंतजार करना पड़ता है । लेकिन उस वक्त कमलेश शर्मा हतप्रभ रह गई । जब उसके सौतेले बेटे पंकज शर्मा व उसके साथी विजय वर्मा के बीच चोरी किए गए गहनों को बेचते वक्त हिस्सेदारी को लेकर कहासुनी हो गई । फिर ये बात उसके साथी विजय वर्मा ने चोरी किए गए गहनों के बारे में कमलेश शर्मा को बताया तो उसने सोचा आखिर दौलत के सामने अपने ही किस स्तर तक गिर सकते हैं । कमलेश शर्मा ने इस मामले की शिकायत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , डीजीपी जयपुर , कमिश्नर जयपुर , मुख्य सचिव भारत सरकार नई दिल्ली तथा पीएमओ नई दिल्ली , हरिपर्वत थाना आगरा आदि सभी जगहों पर गुहार लगाई पर कहीं से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और श्याम नगर पुलिस थाने का सबसे शर्मनाक मामला यह है कि वहां पर कमलेश शर्मा ने अपने पति सुरेश शर्मा की आतंरिक काल रिकार्डिंग के पंकज शर्मा के साले सुधांशु शर्मा द्वारा वायरल किए जाने को लेकर एक मामला 640/20 , 250/20 दर्ज कराया था उस मामले में भी कार्रवाई नहीं करने को लेकर तत्कालीन एसएचओ संतरा मीणा ने सुरेश शर्मा से पैसे लेकर एफआर लगा दी थी । पुलिस आला अधिकारी वैशाली नगर व मुरलीपुरा थाने में दर्ज इस गहने चोरी के मामले की जांच करें तो इस मामले में तत्कालीन वैशाली नगर व मुरलीपुरा थाने की पुलिस की कई बड़ी लापरवाही सामने आ सकती हैं और इस मामले में कई बड़ी बड़ी मछलियां बेनकाब हो सकती हैं और वास्तविक आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच सकते हैं और कानून के दलालों द्वारा हर बार ठगी गई और दर दर की ठोकरें खाने वाली कमलेश शर्मा को इंसाफ मिल सकता हैं ।



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कमलेश शर्मा बतौर साइंस टीचर सरकारी सेवा में कार्यरत थी । समाज सेवा में रुचि रखने वाली कमलेश को राजनीति में भी काफी शौक था । इसलिए उन्होंने 2002 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में पर्दापण किया । कमलेश शर्मा ने जयपुर के विद्याधर नगर से निर्दलीय के रूप में विधायक का चुनाव भी लड़ा था । उसकी जिंदगी में सुरेश शर्मा का आगमन हुआ और वो इन सुरेश शर्मा व बेटे पंकज शर्मा की साजिश का शिकार हो गई और उन दोनों ने मिलकर कमलेश शर्मा के सपनों को चूर चूर कर दिया और यही नहीं वो दोनों मिलकर कमलेश शर्मा की दौलत और शोहरत तथा प्रोपर्टी को हथियाने के लिए कमलेश शर्मा की हत्या तक करने पर आमादा हैं, वो कमलेश को रास्ते से हटाने का मौके की फिराक में हैं और इसको अंजाम देने के लिए सुरेश शर्मा व बेटे पंकज शर्मा तथा बहु स्मिता मिलकर किन्हीं पेशेवर हत्यारों के सहारे इस घटना को अंजाम दे सकते हैं ।


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ये इसलिए भी सही है कि बेटे पंकज शर्मा द्वारा कमलेश शर्मा की हत्या की सुपारी देने की बात कमलेश शर्मा के कानों तक पहुंच चुकी है । अगर ऐसा होता हैं तो रिश्तों में अपनों पर विश्वास करना आखिर कैसे संभव होगा ? यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है , जिसका जवाब मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी हैं ।

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